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चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने दुनिया की शीर्ष दो प्रतिशत में शामिल होकर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2026 में प्रभावशाली 575वीं रैंक हासिल की है। सीयू को भारत में पिछले वर्ष एकेडमिक रेपुटेशन में इस बार 13वां स्थान मिला है। Chandigarh University included in top 2% universities of world, achieved global national ranking चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2026 में दुनिया की शीर्ष 2% विश्वविद्यालयों - फोटो : अमर उजाला Reactions विस्तार Follow Us Trending Videos Pause Mute Remaining Time -5:04 Close Player चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने दुनिया की शीर्ष दो प्रतिशत में शामिल होकर प्रतिष्ठित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2026 में प्रभावशाली 575वीं रैंक हासिल की है। सीयू ने इस सूची में शामिल होने के लिए 125 स्थान की छलांग लगाई है। इसके साथ ही देश में भी सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में भी सीयू 18वीं से बढ़कर 16वीं रैंक पर पहुंच गई है। भारत की निजी यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने पिछले वर्ष तीसरी रैंक से आगे बढ़कर दूसरी रैंक पर पहुंच गई है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में 54 भारतीय यूनिवर्सिटीज को शामिल किया गया है। सीयू की नवीनतम रैंकिंग भारत और विश्व स्तर पर उच्च शिक्षा के अग्रणी संस्थान के रूप में इसकी बढ़ती प्रतिष्ठा को रेखांकित करती है। ‘एम्पलॉयर्स रेपुटेशन’ में लगाई 25 स्थानों की छलांग एम्प्लॉयर्स के बीच चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रभावशाली प्रतिष्ठा को रेखांकित करते हुए सीयू ने पिछले वर्ष की तुलना में ‘एम्पलॉयर्स रेपुटेशन’ में 172वीं रैंक से 25 स्थानों की छलांग लगाई और विश्व में 147वें स्थान पर पहुंचने में सफल रही। भारत में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एम्पलॉयर्स रेपुटेशन इंडिकेटर में 7वीं रैंक मिली है। विज्ञापन इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क में सीयू को भारत में मिला 12वां स्थान पिछले साल की 26वीं रैंक की तुलना में 14 स्थानों की छलांग के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क में भारत में 12वां स्थान हासिल किया है, जो अन्य शिक्षण संस्थानों के साथ रिसर्च साझेदारी बनाए रखने में यूनिवर्सिटी की सफलता को दर्शाता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 4300 से अधिक पेटेंट फाइल किए हैं और देश की शीर्ष पांच रिसर्च गहन यूनिवर्सिटीज में शामिल रही है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की एकेडमिक रेपुटेशन में भी इजाफा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत में पिछले वर्ष एकेडमिक रेपुटेशन में 14वें स्थान की तुलना में इस बार 13वां स्थान मिला है। एकेडमिक रेपुटेशन (एआर) संकेतक शैक्षणिक विशेषज्ञों से यूनिवर्सिटीज को उनकी विशेषज्ञता के विषय क्षेत्र के आधार पर नामित करने के लिए संस्थानों और उनके प्रोग्राम्स की रेपुटेशन को मापता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू और विश्वविद्यालय के अधिकारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की सफलता का जश्न मनाते हुए। 2004 से जारी हो रही है क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग वर्ष 2004 में शुरू हुई क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग पिछले 20 वर्षों में ‘वैश्विक पहचान’ बन गई है, जिसने आज वैश्विक स्तर पर अकादमिक रैंकिंग के क्षेत्र में अधिकार और प्रामाणिकता की मुहर लगा दी है। क्यूएस रैंकिंग हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स के लिए वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त बेंचमार्क, जहां यूनिवर्सिटीज को एम्प्लॉयर रेपुटेशन, एकेडमिक रेपुटेशन, इंटरनेशनल एम्प्लॉयर रेश्यो, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स रेश्यो, फैकल्टी-स्टूडेंट रेश्यो, साइटेशन पर फैकल्टी, रिसर्च एंड इनोवेशन, इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क और एम्प्लॉयर आउटकम सहित कड़े मापदंडों पर उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंक किया जाता है। इसके आधार पर स्टूडेंट्स अपनी अकादमिक और करियर की आकांक्षाओं के अनुसार दुनिया में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शैक्षणिक संस्थानों में से एक को चुनकर एडमिशन लेने के लिए सही निर्णय ले सकते हैं। अलग-अलग विषयों की रैंकिंग में भी सीयू का परचम क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग के 2025 संस्करण में भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने शानदार प्रदर्शन किया है। यह रैंकिंग स्टूडेंट्स को उन संस्थानों के बारे में जानकारी देती है जो उनके महत्वपूर्ण विषय क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। 100 देशों और क्षेत्रों में 1,700 से अधिक यूनिवर्सिटीज में स्टूडेंट्स द्वारा किए 21,000 से अधिक एकेडमिक प्रोग्राम्स की तुलना के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग-2025 में, 55 विषयों और पांच फैकल्टी क्षेत्रों में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में विश्वभर की शीर्ष 231 यूनिवर्सिटीज की लीग में प्रवेश करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत में निजी विश्वविद्यालयों के बीच सोशल साइंस और मैनेजमेंट में कुल मिलाकर पहला स्थान और इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में दूसरा स्थान प्राप्त किया। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मजबूत प्रदर्शन के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस और मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स को भारत की प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में तीसरा स्थान मिला। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत के निजी विश्वविद्यालों में तीसरे और दुनिया में 301-350 के बीच स्थान प्राप्त किया। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत के निजी विश्वविद्यालों में तीसरे और दुनिया में 401-450 के बीच स्थान पर रही। इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत के निजी विश्वविद्यालों में चौथे और दुनिया में 401-450 के बीच स्थान पर रही। बिजनेस मैनेजमेंट में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत के निजी विश्वविद्यालों में चौथा और विश्वभर में 401-450 के बीच स्थान दिया गया है। कैमिस्ट्री के लिए क्यूएस विषयवार रैंकिंग में पदार्पण करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत की निजी विश्वविद्यालों में 7वां और दुनिया में 551-600 के बीच स्थान दिया गया है। एनआईआरएफ रैंकिंग-2024 में भी सीयू को मिली 20वीं रैंक उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षा, शिक्षण, सीखने और सुविधाओं के सभी पहलुओं को शामिल करने के लिए एक रैंकिंग प्रणाली की आवश्यकता होती है। इसको ध्यान में रखते हुए 29 सितंबर 2015 को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की शुरुआत की गई। एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग में इस वर्ष कुल 10,845 उच्च शिक्षा संस्थानों ने भाग लिया। इसमें 16 श्रेणियों में विभिन्न संस्थानों को स्थान दिया गया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 2024 की एनआईआरएफ रैंकिंग में विभिन्न श्रेणियों में सुधार करते हुए उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। 2023 के प्रदर्शन से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 7 पायदान की बड़ी छलांग लगाते हुए यूनिवर्सिटी श्रेणी में सभी शीर्ष भारतीय यूनिवर्सिटीज में 20वां स्थान प्राप्त किया है। 2024 की एनआईआरएफ रैंकिंग में शानदार प्रदर्शन ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को निस्संदेह अपनी स्थापना के मात्र 12 वर्षों की छोटी से अवधि में आईआईटी और आईआईएम जैसे भारत के शीर्ष और विख्यात शैक्षणिक संस्थानों की श्रेणी में शामिल कर दिया है। यूनिवर्सिटी रैंकिंग स्कोर में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो 2023 में 54.63 से बढ़कर 2024 में 59.96 हो गई, जो उत्कृष्टता और विकास के लिए यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता है। सम्पूर्ण भारतीय प्राइवेट यूनिवर्सिटी रैंकिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 10वें स्थान से 9वें स्थान पर अपनी स्थिति में सुधार किया है। सम्पूर्ण उत्तर भारत श्रेणी में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 9वें स्थान से 7वें स्थान पर पहुंच गई है। ओवरऑल पंजाब रैंकिंग में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने दूसरे से पहले स्थान पर पहुंच कर राज्य में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। 2021 में 52वें स्थान पर रहने वाली सीयू ने 2022 में 29वें, 2023 में 27वें स्थान पर पहुंचने के बाद 2024 में 20वीं रैंक हासिल की है। यूनिवर्सिटी रैंकिंग से स्टूडेंट्स को मिलते हैं ये फायदे विश्व स्तर पर रैंक प्राप्त यूनिवर्सिटी से शिक्षा हासिल करने से रोजगार की संभावनाएं बेहतर होती हैं। ग्लोबल रैंकिंग अकादमिक प्रतिष्ठा और मजबूत अनुसंधान आउटपुट का संकेत देती है। ग्लोबल रैंकिंग स्टूडेंट्स को दाखिला लेते समय मजबूत प्रोग्राम्स वाली यूनिवर्सिटीज की तुलना करने और उन्हें पहचानने में मदद करती है। ग्लोबल रैंकिंग से यूनिवर्सिटी को स्वदेश या विदेश में बेहतर रोजगार की संभावनाओं के लिए फायदे मिलते हैं। उच्च रैंक वाली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को उच्च गुणवत्ता वाला सर्वांगीण शिक्षण अनुभव प्रदान करती हैं। ग्लोबल रैंकिंग मजबूत अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा वाली यूनिवर्सिटीज के बारे में बताती है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

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चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने दुनिया की शीर्ष दो प्रतिशत में शामिल होकर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2026 में प्रभावशाली 575वीं रैंक हासिल की है। सीयू को भारत में पिछले वर्ष एकेडमिक रेपुटेशन में इस बार 13वां स्थान मिला है। Chandigarh University included in top 2% universities of world, achieved global national ranking चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2026 में दुनिया की शीर्ष 2% विश्वविद्यालयों - फोटो : अमर उजाला Reactions विस्तार Follow Us Trending Videos Pause Mute Remaining Time -5:04 Close Player चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने दुनिया की शीर्ष दो प्रतिशत में शामिल होकर प्रतिष्ठित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2026 में प्रभावशाली 575वीं रैंक हासिल की है। सीयू ने इस सूची में शामिल होने के लिए 125 स्थान की छलांग लगाई है। इसके साथ ही देश में भी सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में भी सीयू 18वीं से बढ़कर 16वीं रैंक पर पहुंच गई है। भारत की निजी यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने पिछले वर्ष तीसरी रैंक से आगे बढ़कर दूसरी रैंक पर पहुंच गई है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में 54 भारतीय यूनिवर्सिटीज को शामिल किया गया है। सीयू की नवीनतम रैंकिंग भारत और विश्व स्तर पर उच्च शिक्षा के अग्रणी संस्थान के रूप में इसकी बढ़ती प्रतिष्ठा को रेखांकित करती है। ‘एम्पलॉयर्स रेपुटेशन’ में लगाई 25 स्थानों की छलांग एम्प्लॉयर्स के बीच चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रभावशाली प्रतिष्ठा को रेखांकित करते हुए सीयू ने पिछले वर्ष की तुलना में ‘एम्पलॉयर्स रेपुटेशन’ में 172वीं रैंक से 25 स्थानों की छलांग लगाई और विश्व में 147वें स्थान पर पहुंचने में सफल रही। भारत में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एम्पलॉयर्स रेपुटेशन इंडिकेटर में 7वीं रैंक मिली है। विज्ञापन इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क में सीयू को भारत में मिला 12वां स्थान पिछले साल की 26वीं रैंक की तुलना में 14 स्थानों की छलांग के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क में भारत में 12वां स्थान हासिल किया है, जो अन्य शिक्षण संस्थानों के साथ रिसर्च साझेदारी बनाए रखने में यूनिवर्सिटी की सफलता को दर्शाता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 4300 से अधिक पेटेंट फाइल किए हैं और देश की शीर्ष पांच रिसर्च गहन यूनिवर्सिटीज में शामिल रही है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की एकेडमिक रेपुटेशन में भी इजाफा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत में पिछले वर्ष एकेडमिक रेपुटेशन में 14वें स्थान की तुलना में इस बार 13वां स्थान मिला है। एकेडमिक रेपुटेशन (एआर) संकेतक शैक्षणिक विशेषज्ञों से यूनिवर्सिटीज को उनकी विशेषज्ञता के विषय क्षेत्र के आधार पर नामित करने के लिए संस्थानों और उनके प्रोग्राम्स की रेपुटेशन को मापता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू और विश्वविद्यालय के अधिकारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की सफलता का जश्न मनाते हुए। 2004 से जारी हो रही है क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग वर्ष 2004 में शुरू हुई क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग पिछले 20 वर्षों में ‘वैश्विक पहचान’ बन गई है, जिसने आज वैश्विक स्तर पर अकादमिक रैंकिंग के क्षेत्र में अधिकार और प्रामाणिकता की मुहर लगा दी है। क्यूएस रैंकिंग हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स के लिए वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त बेंचमार्क, जहां यूनिवर्सिटीज को एम्प्लॉयर रेपुटेशन, एकेडमिक रेपुटेशन, इंटरनेशनल एम्प्लॉयर रेश्यो, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स रेश्यो, फैकल्टी-स्टूडेंट रेश्यो, साइटेशन पर फैकल्टी, रिसर्च एंड इनोवेशन, इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क और एम्प्लॉयर आउटकम सहित कड़े मापदंडों पर उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंक किया जाता है। इसके आधार पर स्टूडेंट्स अपनी अकादमिक और करियर की आकांक्षाओं के अनुसार दुनिया में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शैक्षणिक संस्थानों में से एक को चुनकर एडमिशन लेने के लिए सही निर्णय ले सकते हैं। अलग-अलग विषयों की रैंकिंग में भी सीयू का परचम क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग के 2025 संस्करण में भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने शानदार प्रदर्शन किया है। यह रैंकिंग स्टूडेंट्स को उन संस्थानों के बारे में जानकारी देती है जो उनके महत्वपूर्ण विषय क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। 100 देशों और क्षेत्रों में 1,700 से अधिक यूनिवर्सिटीज में स्टूडेंट्स द्वारा किए 21,000 से अधिक एकेडमिक प्रोग्राम्स की तुलना के आधार पर क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग-2025 में, 55 विषयों और पांच फैकल्टी क्षेत्रों में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में विश्वभर की शीर्ष 231 यूनिवर्सिटीज की लीग में प्रवेश करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत में निजी विश्वविद्यालयों के बीच सोशल साइंस और मैनेजमेंट में कुल मिलाकर पहला स्थान और इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में दूसरा स्थान प्राप्त किया। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मजबूत प्रदर्शन के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस और मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स को भारत की प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में तीसरा स्थान मिला। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत के निजी विश्वविद्यालों में तीसरे और दुनिया में 301-350 के बीच स्थान प्राप्त किया। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत के निजी विश्वविद्यालों में तीसरे और दुनिया में 401-450 के बीच स्थान पर रही। इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत के निजी विश्वविद्यालों में चौथे और दुनिया में 401-450 के बीच स्थान पर रही। बिजनेस मैनेजमेंट में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत के निजी विश्वविद्यालों में चौथा और विश्वभर में 401-450 के बीच स्थान दिया गया है। कैमिस्ट्री के लिए क्यूएस विषयवार रैंकिंग में पदार्पण करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत की निजी विश्वविद्यालों में 7वां और दुनिया में 551-600 के बीच स्थान दिया गया है। एनआईआरएफ रैंकिंग-2024 में भी सीयू को मिली 20वीं रैंक उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षा, शिक्षण, सीखने और सुविधाओं के सभी पहलुओं को शामिल करने के लिए एक रैंकिंग प्रणाली की आवश्यकता होती है। इसको ध्यान में रखते हुए 29 सितंबर 2015 को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की शुरुआत की गई। एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग में इस वर्ष कुल 10,845 उच्च शिक्षा संस्थानों ने भाग लिया। इसमें 16 श्रेणियों में विभिन्न संस्थानों को स्थान दिया गया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 2024 की एनआईआरएफ रैंकिंग में विभिन्न श्रेणियों में सुधार करते हुए उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। 2023 के प्रदर्शन से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 7 पायदान की बड़ी छलांग लगाते हुए यूनिवर्सिटी श्रेणी में सभी शीर्ष भारतीय यूनिवर्सिटीज में 20वां स्थान प्राप्त किया है। 2024 की एनआईआरएफ रैंकिंग में शानदार प्रदर्शन ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को निस्संदेह अपनी स्थापना के मात्र 12 वर्षों की छोटी से अवधि में आईआईटी और आईआईएम जैसे भारत के शीर्ष और विख्यात शैक्षणिक संस्थानों की श्रेणी में शामिल कर दिया है। यूनिवर्सिटी रैंकिंग स्कोर में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो 2023 में 54.63 से बढ़कर 2024 में 59.96 हो गई, जो उत्कृष्टता और विकास के लिए यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता है। सम्पूर्ण भारतीय प्राइवेट यूनिवर्सिटी रैंकिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 10वें स्थान से 9वें स्थान पर अपनी स्थिति में सुधार किया है। सम्पूर्ण उत्तर भारत श्रेणी में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 9वें स्थान से 7वें स्थान पर पहुंच गई है। ओवरऑल पंजाब रैंकिंग में, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने दूसरे से पहले स्थान पर पहुंच कर राज्य में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। 2021 में 52वें स्थान पर रहने वाली सीयू ने 2022 में 29वें, 2023 में 27वें स्थान पर पहुंचने के बाद 2024 में 20वीं रैंक हासिल की है। यूनिवर्सिटी रैंकिंग से स्टूडेंट्स को मिलते हैं ये फायदे विश्व स्तर पर रैंक प्राप्त यूनिवर्सिटी से शिक्षा हासिल करने से रोजगार की संभावनाएं बेहतर होती हैं। ग्लोबल रैंकिंग अकादमिक प्रतिष्ठा और मजबूत अनुसंधान आउटपुट का संकेत देती है। ग्लोबल रैंकिंग स्टूडेंट्स को दाखिला लेते समय मजबूत प्रोग्राम्स वाली यूनिवर्सिटीज की तुलना करने और उन्हें पहचानने में मदद करती है। ग्लोबल रैंकिंग से यूनिवर्सिटी को स्वदेश या विदेश में बेहतर रोजगार की संभावनाओं के लिए फायदे मिलते हैं। उच्च रैंक वाली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को उच्च गुणवत्ता वाला सर्वांगीण शिक्षण अनुभव प्रदान करती हैं। ग्लोबल रैंकिंग मजबूत अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा वाली यूनिवर्सिटीज के बारे में बताती है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

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